गिनती का तरीका बताओ या 75 हजार स्ट्रीट डॉग के फोटो लाओ : संभागायुक्

 शहर में 10 दिन में स्ट्रीट डॉग की संख्या 11 हजार 544 से बढ़कर डेढ़ लाख हो गई है। यह स्थिति तब है, जब हर साल 18 हजार से ज्यादा आवारा कुत्तों की नसबंदी की जा रही है। चौकाने वाली यह जानकारी शुक्रवार को नगर निगम के अफसरों ने संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव द्वारा बुलाई गई रिव्यू बैठक में दी। बैठक में निगम के पशु चिकित्सक एसके श्रीवास्तव ने कहा शहर में करीब डेढ़ लाख स्ट्रीट डॉग हैं। पांच साल में इतने ही स्ट्रीट डॉग की नसबंदी की जा चुकी है।


इस पर संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने नगर निगम के अफसरों से पूछा कि आप लोगों की गणना का तरीका क्या है। यदि यह भी मान लिया जाए कि स्ट्रीट डॉग डेढ़ लाख हैं, जिनकी आपकी टीम ने पांच साल में नसबंदी की है। इसमें से 15% की मौत हो गई है, फिर भी 75 हजार कुत्तों का हिसाब कहां है। मुझे 75 हजार कुत्तों के फोटो चाहिए, एक-एक कुत्तों की फोटो वेबसाइट पर अपलोड करो। इस पर नगर निगम के अफसरों ने तीसरी बार यह आश्वासन दिया है कि अगली रिपोर्ट में कुत्तों के सारे आंकड़े पेश कर देंगे।


4 माह पहले पशुपालन विभाग ने गिनाए थे 9 हजार 743 स्ट्रीट डॉग


चार माह पहले पशुपालन विभाग ने 85 वार्डों में स्ट्रीट डॉग की संख्या 9 हजार 743 होने की रिपोर्ट संभागायुक्त को दी थी। इसके बाद नगर निगम ने इस रिपोर्ट का भौतिक सत्यापन कर 26 नवंबर को बैठक में बताया था कि शहर के 85 वार्डों में स्ट्रीट डॉग की संख्या 11 हजार 544 है। निगम की इस रिपोर्ट पर संभागायुक्त ने यह कहते हुए सवाल खड़े किए थे कि जब हर साल 18 हजार कुत्तों की नसबंदी हो रही है तो संख्या 11 हजार 544 कैसे हो सकती है।


निगम की रिपोर्ट में फर्क है